Adil K. Engineer

आदिल के. इंजीनियर

मेरी कहानी

मेरा नाम अदिल खान है, मैं उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले का निवासी हूँ, 2 साल की उम्र में ही पोलियो जैसी बीमारी का शिकार हो गया, धीरे धीरे लड़खड़ाते हुए पैरो पर जिंदगी जीना सीख लिया। बहुत जल्दी दुनिया की हक़ीक़त को समझ गया, कि जिंदगी सहनभूति पर नहीं संघर्षो से चलती है, तब से लेकर आज तक और जिंदगी की आखिरी सांस लेने तक संघर्ष जारी रहेगा।

जिंदगी यापन करने के लिए शुरुआती दिनों में, Sir Syed School of Technology (ITI) में लेक्चरर के रूप में कार्य किया, साथ ही साथ वेबसाइट निर्माण और कंप्यूटर असेंबलिंग जैसे Engineering के कार्यों में भी सक्रिय रहा, मेरी तकनीकी और शैक्षणिक विशेषज्ञता के चलते लोग मेरे नाम के साथ “Engineer” शब्द जोड़कर मुझे याद रखने लगे, और इस तरह “Adil Khan” से “Adil Khan Engineer” मेरी पहचान बन गई।

शिक्षा

प्रारंभिक शिक्षा गाँव के मदरसे से हुई, इसके बाद PTU से B.Sc. (IT) और कंप्यूटर हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग में एडवांस डिप्लोमा (ADHNT) प्राप्त किया।

राजनीतिक

मेरी Engineer वाली पहचान को और बल मिला जब मैंने समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में सोशल मीडिया के इंचार्ज के रूप में कार्य किया, जहाँ से मुझे राजनीतिक अनुभव मिलना शुरू हुआ। ऐसा नहीं है कि राजनीति मेरे लिए नई चिड़िया थी—मेरे पिता और चाचा दोनों ही सक्रिय राजनीति में रहे हैं। इसलिए मेरा बचपन राजनीतिक वातावरण में गुजरा, लेकिन उसमें निखार समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र का हिस्सा बनकर आया।

महाराष्ट्र की राजनीति की भूमि सदैव विचारों, बहसों और संवादों से समृद्ध रही है। यहाँ देश के लगभग हर प्रांत से लोग आजीविका की तलाश में आए और बस गए, जिन्होंने अपने साथ विविध संस्कृतियाँ, विचारधाराएँ और राजनीतिक सोच भी लाकर इस मिट्टी में समाहित कर दीं। परिणामस्वरूप, महाराष्ट्र आज उन कुछ राज्यों में से है जहाँ प्रत्येक राजनीतिक विचारधारा पर गहन विमर्श और खुली बहस की परंपरा जीवंत है।

राजनीतिक सोच का उदय

समाजवादी पार्टी, महाराष्ट्र में एक प्रमुख पद पर रहते हुए मुझे विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं से जुड़े अनुभवी और बौद्धिक व्यक्तित्वों के साथ संवाद और विमर्श का अवसर मिला।

इसने मेरी राजनीतिक समझ को व्यापक दृष्टिकोण प्रदान किया। उत्तर भारत से आने के कारण, दक्षिण भारतीय राजनीति की वास्तविकता और वहाँ की ज़मीनी स्थिति को जानने का अवसर मेरे कार्यकर्ताओं और साथियों के माध्यम से मिला — यह अनुभव मेरे लिए अत्यंत समृद्ध और शिक्षाप्रद रहा, जिसने मेरी राजनीतिक दृष्टि को नई दिशा और गहराई दी।

इसके बाद मैंने राजनीति को गहराई से समझने का प्रयास किया — भारत के भीतर और बाहर, दोनों संदर्भों में प्रत्येक राजनीतिक विचारधारा का अध्ययन किया।

चूँकि मेरी विशेषज्ञता सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) में थी, इसलिए मैंने देखा कि आज सोशल मीडिया स्वयं एक नया ‘राजनीतिक रणक्षेत्र’ बन चुका है। महाराष्ट्र की सामाजिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि ने मुझे राजनीति की व्यवहारिक समझ और परिपक्वता प्रदान की, जिसने मेरे दृष्टिकोण को और अधिक गहन बना दिया।

व्हीलचेयर, मेरे पंख हैं

बचपन से दिव्यांग होने, और व्हीलचेयर पर रहते हुए भी, मैंने कभी भी अपने लिए कोई सीमा नहीं बांधी— मेरी सोच ही मेरे पंख हैं, जो मुझे शहरों, संस्कृतियों और चर्चाओं के पार ले जाते हैं। इसी कारण आप मुझे एक शिक्षक, घुमक्कड़ यात्री, इंजीनियर, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता, चुनाव विश्लेषक या फ़िर दर्शन के अनुसार समाजवादी कह सकते हैं।

मेरा विश्वास है कि जीवन के सबसे महत्वपूर्ण सबक आरामदायक क्षेत्रों से बाहर निकलकर ही सीखे जाते हैं। एक इंजीनियर के रूप में मैंने काई समस्याओं का समाधान किया और आज भी कर रहा हूँ, व्यवसाय के अनुसार भवन निर्माण क्षेत्र बहुत काम किया (मेरे कंपनी की वेबसाइट पर मेरा पोर्टफोलियो देखें); एक लेखक के रूप में, मेरा ब्लॉग राजनीतिक घटनाओं और वर्तमान परिस्थितियों का विश्लेषण प्रस्तुत करता है।

मैं अपने ब्लॉग के द्वारा पाठकों के लिए हर छोटी बड़ी घटनाओं के पीछे की कहानी, उसका वर्तमान और भविष्य पर होने वाले संभावित प्रभाव को समझना आसान बनाता हूँ।

इतिहास के नायकों और उनके संघर्षों की कहानियाँ साझा करता हूँ, वर्तमान की घटनाओं के राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक कारण और इसमें शामिल किरदारों की पृष्ठभूमि, तत्कालीन सरकार एवं सत्ता पक्ष के लोगो का घटना के प्रति दृष्टिकोण, ताकि भविष्य में जब भी कभी आज के दौर का अध्ययन किया जाए तो, अध्ययनकर्ता (शोधकर्ता) को तटस्थ तथ्यों पर आधारित लेख मिल सके।

एक राजनीतिक विश्लेषक के रूप में, मैं जटिल नीतियों को समझता हूँ, उनके सामाजिक प्रभावों को भी समझता हूँ, और संतुलित दृष्टिकोण प्रस्तुत करता हूँ ताकि लोग जागरूक होकर नागरिक भागीदारी कर सकें।

अपने ब्लॉग, यूट्यूब व्लॉग, सोशल मीडिया टिप्पणियों और सार्वजनिक व्याख्यानों के माध्यम से, एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में नागरिकों को उनके संवैधानिक अधिकारो से अवगत कराकर राजनीतिक चेतना को जागना, जागरूक समाज का निर्माण करना, और रूढ़ियों को चुनौती देने का प्रयास करता हूँ।

चाहे वह कक्षा में नई पीढ़ी को पढ़ाना हो, अनदेखे स्थलों की खोज करना हो, विचारोत्तेजक चर्चाओं में भाग लेना हो, या सामाजिक परिवर्तन के लिए अपनी आवाज़ उठाना हो—मैं उद्देश्य, जुनून और जिम्मेदारी के साथ जीवन जीने का चुनाव करता हूँ।

मुझे किसी भी विषय पर अपनी राय व लेख या फ़िर संदेश भेजने में हिचकिचाएँ मत

यदि आपके पास कोई प्रश्न हों, विचार हों या आप किसी विशिष्ट विषय पर लेख चाहते हों तो हमें ईमेल करें।

यदि आप हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू किसी भी भाषा में लिखे अपने लेख को अपने नाम से वेबसाइट पर पब्लिश कराना चाहते हैं, तो आप मुझे सारी डिटेल्स मेल करें।

मुझे अन्य लेखकों, राजनीतिक विश्लेषकों, यात्रियों, पाठकों, सपनों के खोजियों और बदलाव लाने वाले लोगों से जुड़ना पसंद है।

मै आप के संदेश प्रतिक्षा करता हूं, और मैं जितनी जल्दी हो सके जवाब दूँगा — क्योंकि हर महत्वपूर्ण कनेक्शन एक साधारण “दुआ-सलाम” से शुरू होता है।

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